अब भारत की अपनी डिजिटल करेंसी होगी क्योंकि यह आरबीआई पूरी तरह से तैयारी में जुट चुका है कि I इसे जल्द ही लॉन्च किया गया जाएगा। ऐसे देश में लीगल टेंडर के रूप में मान्यता प्राप्त होगी यह एक डिजिटल करंसी होगी जो डिजिटल तरीके से इसका यूज किया जाएगा |

भारतीय डिजिटल मुद्रा हिंदी में | indian digital currency in hindi ?
भारतीय रिजर्व बैंक फैसला किया है कि वह अपनी ( indian digital currency )डिजिटल इंडियन करेंसी इंडिया में लॉन्च करेगा जो लोग इंडिया की है और बाहर की क्रिप्टोकरंसी में इन्वेस्ट करने वाले हैं उनके लिए तो है गुड न्यूज़ है क्योंकि उनकी खुद की भी एक डिजिटल मुद्रा होगी जो आरबीआई यानी भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बनाई जाएगी। 1 फरवरी को आम बजट 2022-23 में वित्त मंत्री ने अधिकारियों नया ऐलान किया था देश की केंद्रीय बैंक अपनी डिजिटल करेंसी लाएगा जिसे सेंट्रल बैंक करेंसी के तौर पर जाना जाएगा ।
कैसी होगी भारत की डिजिटल करेंसी |
यह एक तरह से डिजिटल रुपया ही होगा जिसको हम भारत की डिजिटल करेंसी नाम से जानेंगे आरबीआई और सेंट्रल बैंक इस करेंसी को लांच करने वाले हैं जल्द ही इसको लॉन्च किया जा सकता है इस पर आरबीआई की विचार चल रहे है । यह एक( indian digital currency ) इंडियन डिजिटल करंसी होगी जिसको हम छू नहीं सकते फिर भी हम इसका इस्तेमाल कर सकती हैं इसे दूसरों लोगों के पास भेजने के लिए ज्यादा मुश्किल काम भी नहीं है।
क्यों बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का बाजार
क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगाने से पहले मन में कई सारे सवाल होते हैं कि हमारा पैसा कहीं डूब ना जाए लेकिन ऐसा भी होता है क्रिप्टोकरंसी में रिटर्न बहुत हाई होता है और रिस्क भी बहुत हाई होता है क्रिप्टोकरंसी बाजार तेजी से बढ़ने का कारण यही है कि लोग इसमें इन्वेस्ट करते हैं और उनका अच्छा रिटर्न मिला है देश के करीब 6 करोड़ लोग क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगा चुके हैं। कृपया बाजार इन्वेस्ट्रो को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है इसीलिए क्रिप्टो बाजार में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है|
फिजिकल पेमेंट से डिजिटल पेमेंट से कितना अलग होगा?
फिजिकल करेंसी वह होती है जो हम अपने हाथों से यूज करते हैं और डिजिटल करेंसी होती हैं जो छुई नहीं जाती । फिजिकल करेंसी तो हम किसी भी प्रकार से यूज कर सकते हैं लेकिन( indian digital currency ) इंडियन डिजिटल करेंसी फिजिकल करेंसी से बहुत अलग है डिजिटल करेंसी का यूज़ ओन्ली डिजिटल तरीके से ही किया जाता है फिजिकली हम इसका यूज नहीं कर सकते।
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डिजिटल करेंसी के नुकसान |
शक्ति कांत दास कह चुके हैं कि डिजिटल करेंसी की सबसे बड़ी प्रॉब्लम यही है इसमें फ्रॉड होने के चांस ज्यादा है क्योंकि सबसे बड़ी चुनौती टेक्नोलॉजी है यही कारण है टेक्नोलॉजी के कारण फ्रॉड स्कैम पर के मामले लगातार बढ़ रही है । भारतीय रिजर्व बैंक ने भी इस बात की चिंता भी जताई है कि क्रिप्टोकरेंसी में ज्यादा फ्रॉड के मामले हो रहे हैं। इसे फ्रॉड को रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक नई नई तकनीकों का यूज कर रहा है जिससे क्रिप्टो करेंसी को सिक्योर बनाया जाए और फिर उसको लॉन्च किया जाए । आरबीआई ने कहा है कि पहले क्रिप्टोकरंसी की सुरक्षा भी जरूरी है ताकि के साथ कोई फ्रॉड ना हो सके।
क्या RBI इसे सीधे लॉन्च कर पायेगा |
काफी सारे लोग पूछना चाहते हैं कि क्या आरबीआई इसे लांच कर पाएगा। आरबीआई भले ही इसे लॉन्च की तैयारी में लगा हुआ है लेकिन इसे जब तक लांच नहीं किया जा सकता जब तक है संसद में क्रिप्टो कानून पारित नहीं हो जाता इसे जब तक लांच नहीं किया जा सकता क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक के अधिनियम मौजूदा कानून में प्रावधान को ध्यान में रखते हुए मुद्रा को भौतिक रूप से ध्यान में रखते हुए बनाई गई हैं।